आइये जाने कृष्णा के बारे में कुछ रोचक बातें
By Anupriya Choubey
भगवान श्री कृष्ण के बारे में जितना भी जानिए आपको कम ही लगेगा। हिंदू देवी-देवताओं में श्री कृष्ण का दर्जा सबसे अलग है।
श्री कृष्ण का जन्म रोहिण नक्षत्र में हुआ था। वो देवकी और वासुदेव की आठवीं संतान थे। वहीं कृष्ण का पालन-पोषण यशोदा ने किया था।
श्री कृष्ण के गुरु संदीपनि थे। श्रीकृष्ण ने संदीपनि को उनका मरा हुआ बेटा गुरु दक्षिणा के रूप में दिया था।
श्री कृष्ण की 16,108 पत्नियां थी। जिनमें से आठ उनकी रानियां थी। आठ रानियों से श्री कृष्ण के 80 बच्चे थे। श्री कृष्ण की पत्नी रुकमणी को लक्ष्मी का अवतार माना जाता है।
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बहुत कम लोग ये जानते हैं कि श्री कृष्ण ने देवकी के छह मरे हुए बच्चों को भी वापस बुलाया था।
कृष्ण ने बुद्धि-कौशल के गिरि द्वारा गोप-गोपिकाओं, गौओं आदि की रक्षा की। इस प्रकार इन्द्र-पूजा के स्थान पर गोवर्धन पूजा की स्थापना की गई।
श्री कृष्ण ने शिशुपाल का वध अपने सुदर्शन चक्र से किया था तब उनकी उंगली कट गई थी। उस समय द्रौपदी ने अपनी साड़ी के पल्ला फाड़कर श्री कृष्ण की उंगली पर बांध दिया था। तब श्री कृष्ण ने उनसे कहा था कि द्रौपदी मैं तुम्हारे एक-एक सूत का कर्ज उतारूंगा।
श्री कृष्ण के साथ भले ही राधा का नाम जुड़ा हो लेकिन क्या आप जानते हैं कि किसी भी धर्मग्रंथ में राधा का जिक्र तक नहीं है। महाभारत या श्रीमद भगवत गीता दोनों में से किसी भी धर्मग्रंथ में उनका नाम नहीं लिया गया है।
श्री कृष्ण और बलराम की बहन सुभद्रा थी साथ ही सुभद्रा वासुदेव और रोहिणी की बेटी। बलराम उनकी शादी दुर्योधन से कराना चाहते थे जबकि बाकी लोग ऐसा नहीं चाहते थे। इस स्थिति से बचने के लिए श्री कृष्ण ने अर्जुन को सुभद्रा का अपहरण करने की सलाह दी।
एकलव्य श्री कृष्ण का चचेरा भाई था। एकलव्य की मृत्यु कृष्ण के हाथों ही हुई थी।
क्या आप जानते हैं अर्जुन अकेला ऐसा इंसान नहीं था जिसने श्री कृष्ण के मुंह से सबसे पहले बार गीता का सार सुना था। अर्जुन के साथ हनुमान जी और संजय ने भी गीता का सार सुना था।
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